98 खाद्यान्न
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प्रीत्यान्न- जब कोई व्यक्ति विशुद्ध आत्मीयता से भोजन कराता है तो भले ही वे सामान्य अन्न के दाने या सब्जियाॅं हों उन्हें प्रसन्नता से ग्रहण करना चाहिये, यह प्रीत्यान्न कहलाता है।
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प्रीत्यान्न- जब कोई व्यक्ति विशुद्ध आत्मीयता से भोजन कराता है तो भले ही वे सामान्य अन्न के दाने या सब्जियाॅं हों उन्हें प्रसन्नता से ग्रहण करना चाहिये, यह प्रीत्यान्न कहलाता है।
आपदान्न- जब जीवन पर इतना संकट आ जाये कि भोजन और पानी के बिना वह जीवित नहीं रह पायेगा तो वर्जित भोजन या अयोग्य व्यक्ति के द्वारा दिया गया भोजन भी स्वीकार्य है इसे आपदान्न कहते हैं।
श्राद्धान्न- किसी की याद में भेंट किया गया भोजन न तो प्रीत्यान्न है और न ही आपदान्न, इसलिये वह ग्राह्य नहीं है।
गर्दभान्न- जो लोग केवल अपनी सम्पन्नता को दिखाने के लिये ही भोज का आयोजन करते हैं वह अग्राह्य है। इसे गर्दभान्न कहते हैं।
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