Monday, 13 October 2014


संकलन  : डा. टी. आर. शुक्ल

                            विषयानुक्रम

1.0   : आद्य :  भूतों से भक्तों की ओर।
1.1 बाल्यकाल का आकर्षण।
1.2 अहंकार का उद्गम।
1.3 प्रतिष्ठा का पोषण।
1.4 दिशा  परिवर्तन।
1.5 सन्मार्ग प्रेरण।
2.0 : मध्य (भाग एक): आधुनिक विज्ञान का विश्लेषण ।
2.1 ब्रह्माॅंड की उत्पत्ति का बिगबेंग सिद्धान्त।
2.2 सूर्य और हमारा सौर परिवार।
2.3 हमारी आकाश गंगा और अन्य आकाश  गंगायें।
2.4 ब्रह्माॅंडीय माडल।
2.5 ब्रह्माॅंड की आयु और भविष्य।
2.6 बहुब्रह्माॅड और ब्लेक होल।
2.7 आधुनिकतम महाप्रयोग।
3.0 : मध्य (भाग दो): यथार्थ ज्ञान, तथ्य और अवधारणायें।
3.1 परिभाषायें।
3.2 तथ्य।
3.3 अवधारणायें।
3.4  ध्वनि, अक्षर, बीज मंत्र और विचार
4.0 : मध्य (भाग तीन): महासम्भूतियाॅं।
4.1 भगवान सदाशिव।
4.2 भगवान श्रीकृष्ण।
5.0 : मध्य (भाग चार): विशुद्ध  ज्ञान दर्शन ।
5.1 ब्रह्माॅंड उत्पत्ति की तान्त्रिक ब्याख्या।
5.2 समाधियाॅं।
5.3 मानव मन और माया।
5.4 भक्ति।
5.5 कर्म विज्ञान।
5.6 अविद्या।
5.7 तंत्र  साधना और भ्रम।
5.8 परा ज्ञान:: आनन्दसूत्रम् ।
5.9 माइक्रोवाइटमः वैज्ञानिक शोध की नयी चुनौती।

6.0 : मध्य (भाग पाॅंच): मानव शरीर, योग मनोविज्ञान, ब्रह्म विज्ञान।
6.1 मन की संरचना
6.2 मानव शरीर और योग मनोविज्ञान।
6.3 साधारण और असाधारण स्मृति।
6.4 स्वप्न, दूरबोध और अतीन्द्रिय बोध।
6.5 मन की आन्तरिक और बाह्य पहुंच।
6.6 ज्ञान संकाय।
6.7 मन और मानव तन की ऊर्जा ग्रंथियाॅं।
6.8 चिंतन ध्यान और रूपान्तरण। 
6.9 वेद में ब्रह्म विज्ञान।
7.0 : अन्त (भाग एक): विश्लेषण और व्याख्या।
7.1 मानव शरीर जीव वैज्ञानिक मशीन।
7.2 मन की शक्तियाॅं, देवता, देवी शक्ति और ओंकार।
7.3 ब्रह्माॅंड और संसार क्या हैं?
7.4 संसार में लोग कैसे रहें।
7.5 कुछ प्रश्नोत्तर ।
7.6 धर्म, शून्य , अंक, विन्दु और इन्द्र।
8.0 :अन्त (भाग दो): परिणाम और निष्कर्ष।
8.1 ब्रहमाण्ड  की उत्पत्तिः और हम।
8.2 धर्मान्धता और वैज्ञानिकता ।
8.3 मंत्र, योग, विज्ञान और आध्यात्म। 
8.4 नृत्य, आध्यात्म , वर्ण और दुख ।
8.5 भूत प्रेत और विभ्रम।
8.6 मतवाद और मत
8.7 परमपुरुष धरती पर क्यों आते हैं?
8.8 जन्म मृत्यु और संस्कार।

8.9 मन्तब्य।

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