Monday, 13 March 2023

401योग्य और अयोग्य आध्यात्मिक शिक्षक


जब भी संसार में आध्यात्मिक संस्कृति का पतन होता है तब आध्यात्म के जिज्ञासुओं और योग्य प्रवक्ताओं की भी कमी आ जाती है। इस आधुनिक संसार में उन्नत और विकसित आध्यात्म विज्ञान सरलता से उपलब्ध है परन्तु, जिज्ञासुओं और आध्यात्मिक रूपसे प्रवीण व्याख्याकारों का नितान्त अभाव है। योग्य आध्यात्मिक शिक्षक वह हैं जिनका उन्नत एकीकृत दृष्टिकोण हो और वे उसे अपने छात्रों तक सम्प्रेषित करने की योग्यता रखते हों। दुर्भाग्य से अनेक तथाकथित आध्यात्मिक शिक्षक संकीर्ण और दोषपूर्ण विचारों का आध्यात्म के नाम पर प्रचार करते पाए जाते हैं जिसके पीछे उनका व्यक्तिगत स्वार्थ ही निहित होता है।

इतना ही नहीं, कुछ लोग धार्मिक कथाओं को सुनाकर कहा करते हैं कि कोई विशेष देवता अपने प्रिय और विश्वसनीय भक्तों को विशेष शक्ति, धन, पद और प्रतिष्ठा देते हैं और उन्हें न मानने वालों को निर्दयता से दंडित करते हैं। अपने भोले भाले भक्तों की मानसिक कमजोरियों का लाभ उठाने के लिए वे हर अवसर की तलाश में जुटे रहते हैं। आध्यत्मिक प्रशिक्षण देने के नाम पर ऐसे लोग इधर उधर की कहानियों को सुनाकर उन भक्तों की आध्यात्मिक प्रगति में बाधा ही उत्पन्न करते हैं। ये वही लोग होते हैं जो संकीर्ण मानसिकता और विविध दृष्टिकोणों को पालते हुए धर्म का व्यापार करते हैं और समाज को अनेक ऊॅंच नीच की भावनाओं भरे अनेक समूहों (जैसे भारतीय, अमेरिकन, रशियन या जर्मन आदि) में बॉंटते हैं।

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